तो क्या हुआ जो हम साथ ना हो सके, हमारा सपना पूरा ना हो सका,
क्या हुआ जो तुम मेरी ना हो सकी और मैं तुम्हारा ना हो सका..
कल तुम्हारी शादी भी हो जाएगी और तुम नए घर जाओगे किसी की अमानत बनकर,
उसका क्या कसूर है, जो तुम उसे मिलोगी उसकी जिन्दगी में एक खुबसूरत
क़यामत बनकर..
एक बात ध्यान रहे...उसके साथ तुम खुश रहना,
जो बाते मुझसे कहने में तुम हिचकिचाई, वे सारी बाते तुम उससे कहना...
अब मैं एक किनारा हो गया हूँ और वो है समुन्दर तुम्हारा,
अब से तुम उसकी धार में ही बहना...
मुझे अब तुमसे रत्ती भर का भी गिला नहीं है, क्योंकि मैं जानता हूँ कि
तुमने अपना प्यार पूरी शिद्दत से निभाया है,
हम एक ना हो सके ये किस्मत का कसूर है, तुमने तो मिलने के लिए अपना
पूरा जोर लगाया है..
अब मेरी फ़िक्र ना करना तुम, मैं तुम्हे गमो के समुंदर में भी हमेशा
मुस्कुराता मिलूँगा,
जीतने भी गम है हमारे हरे भरे, मैं मुस्कुराते हुए उन्हें ख़ुशी से
सिलूँगा...
मुझे बस चाहिए तुमसे एक ही वादा, कि तुम हमेशा खुश और मुस्कुराते
रहना,
अपने हर गम को भुलाके, अपने नए साजन के साथ ख़ुशी से जीना...
वो सारे ख्वाब जो हमने साथ बुने और साथ देखे थे, अब तुम उन्हें अपने
सजन के साथ पूरे करना,
उस पगले सजन को भी बहुत सी उम्मीदें होंगी तुमसे, उसकी झोली को हमेशा
खुशियों से भरना...
मैं बस यही चाहता हूँ कि तुम्हे एक भी गम नसीब ना हो, बस तुम्हे जब भी
देखूं तुम खुश रहना,
कोई भी परेशानी तुम्हारे करीब ना आए, जब तुम्हे मेरी जरुरत हो बेझिझक
मुझसे कहना...
और बात जहाँ तक हमारी मोहब्बत की है वो तो आखरी साँस तक जिंदा रहेगी
हमारे दिलों में,
हमारे प्यार की मिसाल देती है दुनिया, इस रिश्ते को ऐसे ही सलामत
रखना...
लेकिन.....बस तुम खुश रहना.
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