देखता हू जिन्दगी में, खोल कर वो खिडकिया |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
बस तू नजर आती है, दूर तक आसमान में |
एक तुमसे भी हमने, प्यार कुछ ऐसा किया |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
बस तू नजर आती है, दूर तक आसमान में |
एक तुमसे भी हमने, प्यार कुछ ऐसा किया |
भूल जाता हू सारे दर्द, खुद की रुसवाई के |
खुल जाते हे दरवाजे, बंद थे जो तन्हाई के |
जिन्दगी तलक अब, तेरे दिल में रहना है |
एक जहाँ अपना भी होगा, उसमे गाँव गलिया बस्तिया |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
खुल जाते हे दरवाजे, बंद थे जो तन्हाई के |
जिन्दगी तलक अब, तेरे दिल में रहना है |
एक जहाँ अपना भी होगा, उसमे गाँव गलिया बस्तिया |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
उस चमचमाती रात ने, सुकूं कभी दिया नहीं |
अँधेरे के आशियाने ने, हमसे कुछ लिया नही |
देखता रहा में बस, उस छोर से इस दौर तक |
जिद से लड़ते लड़ते, मिट गयी वो हस्तियाँ |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
अँधेरे के आशियाने ने, हमसे कुछ लिया नही |
देखता रहा में बस, उस छोर से इस दौर तक |
जिद से लड़ते लड़ते, मिट गयी वो हस्तियाँ |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
प्यार के समन्दर हँसी हे, आगोश में आते हे लोग |
इश्क की लहरों में दबकर, जाने क्या कर जाते हे लोग |
मुझको हे उम्मीद तुझसे, छुटे ना दामन कभी |
तूफा के बिच से भी एक दिन, पार होगी किश्तियाँ |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
इश्क की लहरों में दबकर, जाने क्या कर जाते हे लोग |
मुझको हे उम्मीद तुझसे, छुटे ना दामन कभी |
तूफा के बिच से भी एक दिन, पार होगी किश्तियाँ |
आंसू के परदे हटाकर, छोड़ कर वो सिसकियाँ |
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