बीते कुछ दिनों से कुछ उदास है जिंदगी, कल तक थी उसके पास और आज फिर अपने पास है जिंदगी। वैसे तो उसके जाने का अफसोस भी कम नहीं, पर उसके लौट के ना आने से तार-तार है जिंदगी। इंतजार उस शख्स का कैसे ना होता, जिसके हर पल में अहसास था कि तुम ही हो जिंदगी। पर आज जब वो पलट कर अपने पास ना आया, तब कहीं मन ने एक सच जाना कि कुछ ऐसी ही होती है जिंदगी। उसे तेरा होना होता, तेरे पास आना होता तो आ चुका होता, जो ना आया तो समझ आया शायद इसी का नाम है जिंदगी।