ये जिन्दगी है साहब ऐसे ही चलती रहेगी,
यहाँ कभी छांव तो कभी धूप भी निकलती ही रहेगी!
ये निर्भर आप पर हैं करता कि निकलना है या नहीं,
जिन्दगी तो एक झरने की तरह बहती ही रहेगी!
कही दिल को दर्द होगा तो कहीं सुकून भी मिलेगा,
ये गर जख्म देगी तो उसपर मरहम मलती भी रहेगी!
ये जिन्दगी है साहब ऐसे ही चलती रहेगी,
यहाँ कभी छांव तो कभी धूप भी निकलती ही रहेगी!
यहाँ कभी छांव तो कभी धूप भी निकलती ही रहेगी!
ये निर्भर आप पर हैं करता कि निकलना है या नहीं,
जिन्दगी तो एक झरने की तरह बहती ही रहेगी!
कही दिल को दर्द होगा तो कहीं सुकून भी मिलेगा,
ये गर जख्म देगी तो उसपर मरहम मलती भी रहेगी!
ये जिन्दगी है साहब ऐसे ही चलती रहेगी,
यहाँ कभी छांव तो कभी धूप भी निकलती ही रहेगी!
Comments
Post a Comment