वो जो पल होते हैं ना जब आप किसी के इंतजार में बैठे होते हैं, ये जानते हुए कि इस इंतजार का फल भी केवल कोरा इंतजार ही होगा....लेकिन फिर भी आप अपनी टूटी हुई एक उम्मीद के सहारे उस एक पल का इंतजार करना नहीं छोड़ते....किसी उपन्यास में तो नहीं लेकिन हाँ आम भाषा में ही इसे प्यार कहा गया है....कहीं आप भी तो नहीं कर बैठे यह छोटा सा इंतजार या फिर थोडा सा प्यार ;-) :D